सोमवार का व्रत क्यों और कैसे रखते हैं ?
सोमवार का व्रत भगवान शिव की पूजा के लिए रखा जाता है. मान्यता है कि इस दिन व्रत करने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं और मनोकामनाएं पूरी होती हैं. सोमवार के व्रत को श्रद्धा पूर्वक करने से मानसिक क्लेशों से छुटकारा मिलता है।
- सोमवार का व्रत करने से भगवान शिव की कृपा मिलती है।
- इस दिन व्रत करने से पापों का नाश होता है।
- सोमवार का व्रत करने से मनोवांछित फल मिलता है।
- सोमवार का व्रत करने से घर में सुख-शांति आती है।
- सोमवार का व्रत करने से रोगों से मुक्ति मिलती है।
इसलिए सोमवार के व्रत को रखा जाता है।
सावन के दिन क्या होता है ?
सावन के महीने में भगवान शिव की पूजा-अर्चना की जाती है. इस महीने में शिव भक्त उपवास रखते हैं और कांवड़ यात्रा भी निकालते हैं. सावन के महीने में कई खास काम किए जाते हैं, जैसे कि
- शिवलिंग पर जलार्पण
- शिव जी की पूजा-अर्चना
- सोमवार का व्रत रखना
- ध्यान, योग, और साधना करना
- हरियाली और प्राकृतिक तत्वों की पूजा करना
सोमवार व्रत के नियम "Somvar Vrat Niyam"
सोमवार व्रत नियम- धार्मिक मान्यता के अनुसार, सावन सोमवार व्रत फलाहार पर रखा जाता है। इस व्रत में अन्न सेवन की मनाही होती है। इस दिन सुबह उठकर स्नान आदि करने के बाद भगवान शिव का जलाभिषेक करना चाहिए। इसके बाद भोलेनाथ को दूध, गंगाजल, शहद, घी, अक्षत व बेलपत्र आदि अर्पित करना चाहिए।
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1. व्रत का संकल्प लें:
- व्रत करने से पहले संकल्प लें कि आप पूरे श्रद्धा और भक्ति से इस व्रत का पालन करेंगे।
- सुबह स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
2. भगवान शिव की पूजा करें:
- शिवलिंग पर जल, दूध, बेलपत्र, धतूरा, भांग और अक्षत चढ़ाएं।
- "ॐ नमः शिवाय" मंत्र का जाप करें।
- शिव चालीसा और शिव आरती का पाठ करें।
3. उपवास के नियम:
- पूर्ण उपवास में पूरे दिन अन्न न खाएं, केवल फलाहार लें।
- अगर फलाहार नहीं कर सकते तो एक समय सादा भोजन (सात्विक भोजन) कर सकते हैं।
- नमक का सेवन न करें या सेंधा नमक का प्रयोग करें।
4. संयम और शुद्धता बनाए रखें:
- क्रोध, झूठ, और बुरे विचारों से बचें।
- ब्रह्मचर्य का पालन करें।
- दिनभर शिव मंत्रों का जाप करें।
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5. व्रत कथा सुनें:
- शाम को भगवान शिव की कथा पढ़ें या सुनें।
- शिव पुराण का पाठ भी किया जा सकता है।
6. आरती और भोग लगाना:
- शाम को घी का दीपक जलाकर शिव जी की आरती करें।
- भोग में गाय के दूध से बनी मिठाई या अन्य सात्विक भोजन चढ़ाएं।
7. व्रत का पारण:
- अगले दिन सूर्योदय के बाद व्रत का पारण करें।
- ब्राह्मण या जरूरतमंद लोगों को भोजन कराएं और दान करें।
यह व्रत विशेष रूप से भगवान शिव की कृपा पाने, मनोवांछित फल प्राप्त करने और विवाह एवं सुख-समृद्धि के लिए किया जाता है।
सोमवार के व्रत में ये चीज़ें खाई जा सकती हैं:
- साबूदाने की खिचड़ी या खीर
- लौकी की सब्जी
- आलू से बनी चीज़ें
- मौसमी फल जैसे केला, सेब, आम
- कच्चा नारियल और नारियल पानी
- दूध, दही, छाछ, लस्सी
- भुने मखाने, मूंगफली
- पनीर
- उबले हुए आलू, आलू की टिक्की या हलवा
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वहीं, सोमवार के व्रत में चाय पीने से बचना चाहिए. चाय में मौजूद कैफीन पेट में गैस बनाता है, जिससे पाचन से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं। सोमवार के व्रत में मांसाहारी भोजन, अनाज, मसालेदार सब्जियां, और तामसिक भोजन नहीं करना चाहिए।
जिससे आपका मन शांत रहे और आप शुद्ध तरिके से सोमवार के व्रत को पूरा कर पाएं।
क्या विवाहित महिलाये भी सोमवार का व्रत रख सकती है ?
हां, विवाहित महिलाएं सोमवार का व्रत रख सकती हैं. सावन के महीने में विवाहित महिलाएं सोमवार का व्रत रखकर पति की लंबी उम्र और अपने लिए अखंड सौभाग्य की कामना करती हैं। सोमवार का व्रत रखने से भगवान शिव और माता पार्वती का आशीर्वाद मिलता है। और पति -पत्नी के रिश्ते में मधुरता आती है।
सावन का पौराणिक महत्व
सावन का महीना भगवान शिव को बहुत प्रिय है. पौराणिक मान्यताओं के मुताबिक, इस महीने में समुद्र मंथन हुआ था और भगवान शिव ने हलाहल विष पिया था। इस वजह से उनका गला नीला पड़ गया और उन्हें नीलकंठ कहा जाने लगा. सावन के महीने में भगवान शिव की पूजा-अर्चना का विशेष महत्व है।
सावन के महीने का पौराणिक महत्व:-
- सावन के महीने में भगवान शिव की पूजा-अर्चना की जाती है।
- सावन में भगवान शिव को जल अर्पित किया जाता है।
- सावन में व्रत रखने का विशेष महत्व है।
- सावन में शिवभक्त कांवड़ यात्रा भी करते हैं।
- सावन में माता पार्वती की भी पूजा की जाती है।
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सावन में मनोकामना पूर्ति के लिए उपाय किए जाते हैं।
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सोमवार के व्रत के क्या महत्व है इस व्रत में क्या करना चाहिए क्या नही करना चाहिये ये सब जानकारी आपको इस ब्लॉग में मिल गई होगी इन सभी बातो को ध्यान में रखकर आपको सोमवार व्रत को रखना चाहिए।