शिव को यहाँ मिला था श्राप -Story Of Dandeshwar Mahadev Jageshwar

शिव को यहाँ मिला था श्राप -Story Of Dandeshwar Mahadev Jageshwar

 

जागेश्वर आप सभी कभी न कभी तो गए ही होंगे लेकिन आज हम करने वाले है दंडेश्वर मंदिर के बारे में जो की जागेश्वर मंदिर से महज़  २ किलोमीटर दूर पीछे है , यहाँ पर एक और मंदिर है जिसे हम वृद्ध जागेश्वर के नाम से जानते है , इस से पहले मैंने आपको अल्मोड़ा के कसार देवी मंदिर की कहानी और जागेश्वर धाम का इतिहास से रूबरू करवाया था लेकिन आज बात करेंगे शिव के तीसरे धाम दंडेश्वर मंदिर के बारे में , जो की बेहद खूबसूरत और विशाल है

दंडेश्वर मंदिर जागेश्वर से पहले पड़ता है लेकिन इनके दर्शन जागेश्वर के बाद किये जाते है , कहा जाता है यहाँ ऋषि मुनियो ने भगवान शिव को श्राप दिया था , लेकिन क्यों ? आगे कहानी में जानते है |

दंडेश्वर मंदिर की कहानी (Dandeshwar Temple Story)

जागेश्वर में तीन धाम है पहला जागेश्वर , दूसरा दंडेश्वर और तीसरा वृद्ध जागेश्वर , कहते है भगवन शिव वृद्ध जागेश्वर के बाद यहाँ तपस्या करने आये और उनको यह स्थान बहोर पसंद आया इसीलिए काफी लम्बे समय तक वो यहाँ रुके और तपस्या की लेकिन उनकी छवि इतनी सुन्दर थी की उनको देखने ऋषि मुनियो की पत्निया यहाँ उनको चुपके से देखने आती थी और उनकी नीली छवि को देख कर उन पर मोहित हो जाती थी , ऋषि मुनियो ने ये सब देखा तो उन्होंने भगवान् शिव को श्राप दे दिया और उनको शिला में परिवर्तित कर दिया , शिव को दंड देने की वजह से इस शिला का नाम दंडेश्वर पड़ गया और यहाँ बाद में कत्यूरी  शाशको ने एक विशाल मंदिर का निर्माण करवाया जिसे आज हम दंडेश्वर के नाम से जानते है|


यहाँ पर श्रध्द्धालु बहोत दूर दूर से आते है , कोई संतान प्राप्ति को लेकर , कोई नौकरी के लिए , विवाह के लिए अपनी अन्य समस्याओ को लेकर यहाँ आता है और जब उनकी मनोकामना पूरी हो जाती है तो वह वहां पर दाल चावल का भोग चढ़ाते है , यह मंदिर बहुत पुराण है कहते है जागेश्वर और दंडेश्वर की मान्यताये एक ही समय की है



कैसे पहुंचे  दंडेश्वर मंदिर (how to reach Dandeshwar temple)

 

दंडेश्वर मंदिर जागेश्वर धाम में अल्मोड़ा में है अगर आप यहाँ आना चाहते है तो रेल, हवाई और सड़क मार्ग उपलब्ध है सबसे नजदीकी हवाई अड्डा पंत नगर हवाई अड्डा है जहाँ से अल्मोड़ा की दूरी 147  किलोमीटर है , और सबसे नजदीकी रेलवे काठ गोदाम रेलवे स्टेशन है जहाँ से जागेश्वर धाम की दूरी 114  किलोमीटर है , सड़क मार्ग से आपको अल्मोड़ा तक आना होगा और अल्मोड़ा से जागेश्वर धाम की दूरी 35  किलोमीटर है

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