काल भैरव मंदिर, उज्जैन: भक्ति और धार्मिकता का केंद्र
उज्जैन, भारतीय सांस्कृतिक धरोहर का गहन खजाना है। यहाँ हर घटना, रस्म और धार्मिक आयोजन विशेष रूप से महत्त्वपूर्ण मानी जाती है। इस शहर के धार्मिक परिधान में स्थित विश्व प्रसिद्ध 'काल भैरव मंदिर' भगवान काल भैरव को समर्पित है और यहाँ दर्शनार्थियों के लिए एक आत्म-साक्षात्कार की अद्वितीय अनुभूति प्रदान करता है।
काल भैरव: भगवान की विशेष उपासना
काल भैरव भगवान शिव के एक अद्वितीय रूप हैं, जो समय और मृत्यु का प्रतीक हैं। उन्हें विभिन्न शक्तियों और रागों के अनुकूल समर्पित किया गया है, और वे भक्तों को भयहीन बनाने और उन्हें अपने भविष्य को निर्माण करने के लिए प्रेरित करते हैं। वे शक्ति, साहस, और संकल्प के प्रतीक हैं।
काल भैरव का इतिहास
काल भैरव मंदिर मध्यप्रदेश के उज्जैन शेर के भैरव गढ़ नाम की जगह पर शिप्रा नदी के किनारे बसा है , काल भैरवको उज्जैन शहर के द्वार पाल के रूप में जाना जाता है , उज्जैन के प्रसिद्द मंदिरो में काल भैरव का नाम दूसरे नंबर में आता है , इस मंदिर का निर्माण राजा भद्रसेन के द्वारा करवाया गया था , कपालिका और अघोर सम्प्रदाय के लोग काल भैरव की पूजा करते है और सबसे अचंभित करने वाली बात यह है की काल भैरव को शराब का भोग चढ़ता है और उससे भी ज्यादा अचंभित करने वाली बात यह है की यह चढाई गयी शराब कहा जाती है ये बात आज तक रहस्य है
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कुछ समय पहले इस मंदिर नीव को मजबूत करने के लिए इस मंदिर के चारो तरफ खुदाई की गयी थी और यह बात पता चलते ही की मंदिर के आस पास खुदाई हो रही है तो वह लोगो की भीड़ जमा हो गयी ये देखने के लिए की यह शराब आखिर कहाँ जाती है , लेकिन नीचे कोई शराब की कोई भी चीज़ नहीं मिली।
वैज्ञानिको ने भी इस बात को पता लगाने की कोशिश की लेकिन आज तक रह बात केवल रसस्य है
इसीलिए तो कहते है भारत में मंदिर अपने आप में अनेको रहस्य समेटे बैठे है
कैसे जाए काल भैरव
अगर आप उज्जैन तक पहुँच जाते है तो आपको वह बहोत से रिक्शे वाले मिलेंगे जो आपको 5 मंदिर घुमाएंगे जो वह के प्रसिद्द मंदिर है जिनके नाम है
- काल भैरव
- मंगल नाथ मंदिर
- सांदीपनि आश्रम
- भरथरी गुफा
- चिंतामन गणेश मंदिर
यह सब मंदिर आप एक दिन में पूरा कर सकते है
उज्जैन के कुछ प्रमुख मंदिर
- हरसिद्धी माता मंदिर - यह मंदिर माता सटी के 51 सिढ़पीठो में आता है
- गढ़कालिका मंदिर - यह मंदिर कालिदास की आराध्य देवी के रूप में जाना जाता है
- चौबीस खम्बा माता मंदिर - यह मंदिर दो देवियो को समर्पित है महामाया और महालया
- द्वारका धीश गोपाल मंदिर - यह मंदिर श्री कृष को समर्पित है
- नव ग्रह मंदिर - इस मंडोर में नव ग्रह की पूजा होती है
- ऋणमुक्तेश्वर मंदिर - यहाँ अगर आपके पास को कर्ज है तो कर्ज मुक्ति के यहाँ आप पूजा करते है तो आपकी समस्या का समाधान होता है
- तिलकेश्वर मंदिर - यह मंदिर शिव के अनेकेमंदिर में से एक है
- विक्रमादित्य - यह मंदिर उज्जैन के राजा विक्रमादित्य को समर्पित है