आप इस ऊर्जा पैक में और अधिक प्राप्त करते हैं
विवरण
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इसे ऐसे पहनें
- इसे दाहिने हाथ की मध्यमा या तर्जनी में धारण करें।
- इसे सबसे पहले शुक्रवार के दिन धारण करने का प्रयास करें, क्योंकि इसे धन की देवी लक्ष्मी का दिन माना जाता है।
- मेरु (कछुआ) आपके मुख की दिशा की ओर होना चाहिए।
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फ़ायदे
- ऐसा माना जाता है कि कछुआ सौभाग्य और समृद्धि लाता है।
- न केवल भारत में बल्कि विदेशों में भी कई संस्कृतियों में कछुआ सकारात्मकता और सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है। इस विश्वास के साथ, इस कछुए के आकार की मेरु अंगूठी को अपनी उंगली पर पहनना निश्चित रूप से सहायक होगा जो आपको हमेशा अच्छी स्थिति में रखेगी।
- यह आकर्षक मेरु रिंग प्राचीन शास्त्रों और परंपरा के सिद्धांतों पर बनाई गई है और माना जाता है कि यह आपको वह सब हासिल करने में मदद करती है जो आप चाहते हैं - आपकी प्रतिभा और कड़ी मेहनत के अलावा थोड़ा सा सौभाग्य आपको समृद्धि प्राप्त करने में मदद करता है।
पूछे जाने वाले प्रश्न
मेरु की अंगूठी पहनने से क्या होता है?
मेरु अंगूठी सकारात्मक ऊर्जा लाती है और आपके आत्मविश्वास को बढ़ाती है। और आपके व्यक्तिगत संबंधों और जीवन पर सकारात्मक प्रभाव डालती है।
मेरु की अंगूठी कौन धारण कर सकता है?
सिंह और तुला राशि के जातक इसे अवश्य धारण करें। अन्य राशि के लोग भी इसे धारण कर सकते हैं। यह सभी के लिए खूबसूरती से काम करता है।
क्या यह वास्तव में काम करता है?
निश्चित रूप से हां, यह प्यार, बंधन और खुशी का प्रतिनिधित्व करता है और अच्छी किस्मत लाता है। यह आपके जीवन में अपार संतुष्टि ला सकता है।
इसे मध्यमा अंगुली में ही क्यों धारण करना चाहिए?
मध्यमा उंगली सुंदरता और जिम्मेदारी का प्रतिनिधित्व करती है। इसलिए इस उंगली में मेरु की अंगूठी पहनने से आपके जीवन में शक्ति, स्थिरता और संतुलन आता है।
क्या यह पुरुषों और महिलाओं दोनों द्वारा पहना जा सकता है?
हां, इसे लिंग, पंथ या धर्म की परवाह किए बिना कोई भी पहन सकता है।