नैनीताल, उत्तराखंड का एक प्रमुख पर्यटक स्थल है, जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता और धार्मिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है। यहां कई प्राचीन मंदिर हैं, जो इस स्थान को धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व का केंद्र बनाते हैं। इनमें से एक है "नैना देवी मंदिर", जो अपने मान्यताओं और प्राचीन कथाओं के लिए प्रसिद्ध है।
नैना देवी माँ सती के 52 शक्तिपीठो में शामिल एक शक्तिपीठ है जहाँ माँ सती की दूसरी आंख गिरी थी एक माँ नैना देवी शक्ति पीठ हिमाचल में है और दूसरा नैनीताल में जहाँ की मान्यताये अपने आप में अनोखी है , माँ नैना देवी का मंदिर नैनी झील के उत्तरी छोर पर स्थित है , यहां पर १८८० में एक बहुत ज़ोर दार भूकंप आया था जिसकी वजह से यह मंदिर पूरी तरह से छतिग्रस्त हो चूका था और अब का बना मंदिर बेहद खूबसूरत है , इस मंदिर की बहुत मान्यता है स्थानीय लोगो के साथ साथ देश विदेश से लोग जो भी नैनीताल घूमने आता है वो माँ नैना देवी के दर्शन करने जरूर करता है
मंदिर का चमत्कार
यह एक ऐसा चमत्कारी मंदिर है , जिसको भी आँखों से जुडी परेशानी होती है वो आर माँ नैना देवी मंदिर में अपनी गुहार लगता है उसकी परेशानी पल भर में दूर हो जाती है , आँखों से जुडी मंदिर की एक सच्ची घटना भी है , पुजारी जी बताते है कुछ साल पहले यहाँ नेपाल से एक औरत अपनी बेटी की आँखों का इलाज करवाने माल रोड स्थित सीतापुर हॉस्पिटल आयी थी तभी उनको माँ नैना देवी मंदिर के बारे में पता चला , उन्होंने नैना देवी मंदिर में अपनी बेटी की आँखों के मन्नत मांगी और वापस आने का वादा किया , फिर जब वह महिला वापस हॉस्पिटल गयी और डॉक्टर्स ने आँखों का परीक्षण किया तो बच्ची आंखे बिलकुल ठीक पाई , इस चमत्कार के बाद लोगो की आस्था माँ पर और बढ़ गयी